पद्मासन कैसे करे ? पदमासन की विधि,लाभ जाने । पदमासन:- पदमासन संस्कृत भाषा से निकला हुआ शब्द है या ये कह सकते है कि पदमासन की उत्पत्ति संस्कृत से हुई है जिसका अर्थ होता है-कमल जैसी मुद्रा। अर्थात पदमासन की मुद्रा या स्थिति कमल के फूल जैसी होती है तथा पदमासन योगासन का एक ऐसा आसन है जो…
What is dharna| धारणा क्या है? धारणा क्या है इसका महर्षि पतंजलि जी ने योगदर्शन के पहले व दूसरे पाद में अष्टांग योग के बहिरंग साधनों का फल सहित वर्णन किया है। बाकी के तीन अंग धारणा , ध्यान, समाधि अंतरंग योग का वर्णन आगे देखने/पढ़ने को मिलेगा। इस पाद में बताया गया है कि जब ये ती…
Pratyahara | प्रत्याहार :-- प्रत्याहार पतंजलि कृत योगसूत्र के अनुसार योग के पांचवें अंग के रूप में आता है। प्रत्याहार क्या है :- प्रत्याहार का अर्थ होता है बाह्यवृत्तियों को रोक कर आपने चित्त को अपने ध्येय में लगाना प्रत्याहार हैं। स्वविषयासम्प्रयोगे चित्तस्वरूपनुकार इवेन्द्र…
Paranayama different types प्राणायाम :-- अष्टांगयोग मे योग की चर्चा करते हुए हमने अध्यन किया यम, नियम, आसान के बारे में अब हम अष्टांग योग के चौथे अंग प्राणायाम के परिचय पर चर्चा करेंगे। प्राणायाम के अभ्यास से चित्त को नियंत्रित किया जा सकता है, जैसा कि हठ प्रदीपिका मे भी कह…
यूजीसी नेट 2018 : यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की आधिकारिक वेबसाइट, भारत में उच्च शैक्षिक प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए प्राधिकृत नवगठित परीक्षा आयोजित करने वाली आधिकारिक वेबसाइट पर शुरू हुई है। उम्मीदवार जो इस साल दिसंब…
अष्टांगयोग का तीसरा अंग आसन महर्षि पतंजलि ने योगसूत्र के अष्टांग योग में योग के आठ अङ्गों का वर्णन करते हुए योग को विस्तृत रूप में वर्णन किया है। पहले के पोस्ट पढ़ने के लिए इन पोस्ट को पढ़े। अब यहां आसन के बारे में सूक्ष्म एवम संक्षेप वर्णन दे रहे है। यह संस्कृत के अस धातु से बना है,…
अनिद्रा रोग समस्या और समाधान अनिद्रा आजकल के आधुनिक समय मे बहुत तेजी से से अपने पैर पसार रहा है, इसका सबसे बड़ा कारण अनियमित रहन सहन है। तनाव अनिद्रा होने का सबसे बड़ा कारण है। अनिद्रा रोग की समस्या लगभग सभी को हो जाती है आज कल तो को लोगो को रेगुलर नींद नही आती, पर अगर कभी कभी आप को …
अष्टांगयोग का वर्णन योगदर्शन में योग एक अनमोल धरोहर जिसे इस संस्कृति और प्रकृति ने बड़े इफाजत से संभाल कर रखा हुआ है, योग का मुख्य उद्देश्य आत्मा का परमात्मा से मिलन माना गया है, या कहे तो केवल्य की प्राप्ति मन गया है। जिसके लिए योग में शारिरिक सुद्धि से लेकर मन बुद्धि की शुद्धि भी…
अष्टांगयोग आहिंसासत्यास्तेयब्रह्मचर्यापरिग्रहा यमा: यो.सू. २/३० विच्छेद :-- अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह। ये पाँच यम है। इस सूत्र में यम के पाँच भाग बताये गए जिनका पालन करना अति आयश्यक होता है। व्याख्या:-- १. अहिंसा:-- मानस, वाचा,कर्मणा (मन, वचन,कर्म) इन तीनो …
मोटापा काम करने के उपाय आधुनिकता की दौड़ में समय का अभाव, बढ़ती महँगाई में एक व्यक्ति की नोकरी से घर का पालन पोषण न हो पाना एक आम बात हो गयी है परन्तु ये आम बात एक ऐसे रोग को निमंत्रण देता है जो स्वयं रोग न होकर भी अनेको रोगों को आमंत्रित करता है, इसे मोटापा कहते है। मोटापा वैसे तो …
हाई ब्लड प्रेशर(उच्च रक्तचाप) के उपचार उच्च रक्तचाप एक प्रकार का लक्षण है जो कि हृदय, गुर्दे या रक्त संचार प्रणाली में गड़बड़ होने के कारण होती है,इसलिए इसे रोग कहना उचित है या नही ये आप खुद विचार करिए। इस रोग का कोई समय या उम्र नही होती यह किसी भी आयु के व्यक्ति को होने लगी है। यह र…
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