Pratyahara | प्रत्याहार :-- प्रत्याहार पतंजलि कृत योगसूत्र के अनुसार योग के पांचवें अंग के रूप में आता है। प्रत्याहार क्या है :- प्रत्याहार का अर्थ होता है बाह्यवृत्तियों को रोक कर आपने चित्त को अपने ध्येय में लगाना प्रत्याहार हैं। स्वविषयासम्प्रयोगे चित्तस्वरूपनुकार इवेन्द्र…